जम्मू में तैयार हो रहा है दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज, तस्वीरें देखकर आंख फटी की फटी रह जाएंगी - गुना समाचार

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जम्मू में तैयार हो रहा है दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज, तस्वीरें देखकर आंख फटी की फटी रह जाएंगी

chinab railway bridge

दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति यानि स्टेचू ऑफ़ यूनिटी ( Statue Of Unity ) सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के बाद अब दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज ( world highest railyway bridge ) अब भारत में बनकर तैयार होने वाला है. जम्मू के रियासी जिले में चिनाब नदी के ऊपर दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज का निर्माण कार्य बड़ी तेजी से चल्र है. जिसकी कुछ तस्वीरें हमारे पास है और आपको अब बतायेंगे इस ब्रिज की कई खासियतें जो अपने अब तक नहीं सुनी, पढ़ी और देखीं होगी.


पेरिस के एपिल टावर से उंचा है चिनाब रेलवे ब्रिज ( Chinab Railway Bridge )

जम्मू के रियासी जिले में चिनाब दरिया बना यह आर्क ब्रिज पेरिस के एपिल टावर से भी 35 फीट उंचा है. चिनाब नदी के जलस्तर से ऊंचाई 559 मीटर की है। हालाँकि आर्क ब्रिज की श्रेणी में चिनाब रेल ब्रिज दुनिया का सबसे ऊँचा ब्रिज है.

वैसे से तो दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज चीन के सिचुआन प्रांत के Chuanzang Luding में स्थित दादुहे रेल ब्रिज (Daduhe Railway Bridge) है। । यह पुल 1000 किलोमीटर लंबे Sichuan-Tibet Railway line के बीच बना है। यह रेल मार्ग दुनिया का सबसे चैलेंजिग रेल मार्ग में से एक है, जिसे रिकार्ड समय में पूरा किया। 

1.315 किमी लंबा है चिनाब आर्क ब्रिज

यह रेलवे ब्रिज सलाल-ए और डुगा रेलवे स्टेशनों को आपस में जोड़ेगा। यह 1.315 किमी लंबा है जिस पर दिसंबर तक पटरी बिछाने का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसे भूकंप रोधी ब्रिज बनाया जा रहा है पुल में 93 डेक भाग हैं जिसमें प्रत्येक का वजन 85 टन है। उधमपुर से बारामुला तक 272 किलोमीटर लंबी रेलवे प्रोजेक्ट का हिस्सा है। जो कि देश की सबसे महत्वाांक्षी परियोजना है।

100 किमी की गति वाली ट्रेनों के चलने योग्य है

17 स्तंभों वाली पुल की लंबाई 13 से 15 मीटर है इसके निर्माण में 1486 करोड़ रुपए की लागत से 28600 मेट्रिक टन स्टील का उपयोग किया जा रहा है।  यह ब्रिज 100 किलोमीटर की गति से ट्रेनों के चलने के लिए बनाया जा रहा है। इस पुल का न्यूनतम जीवनकाल 120 वर्ष है। 

देश की सबसे लम्बी सुरंग

उधमपुर से बारामुला तक 272 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना लाइन पर 38 सुरंगे होंगी और सुरंगों की लंबाई 119 किलोमीटर बनती है। देश की सबसे लंबी सुरंग 12.75 किमी इसमें है शामिल।

मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य

इस रेल परियोजना में 927 बड़े व छोटे पुल होंगे। उधमपुर से कटडा तक 25 किलोमीटर तक ट्रैक पहले से सुचारू है बनिहाल से बारामुला तक रेल यातायात चालू है सिर्फ कटडा से बनिहाल के लिए के बीच ट्रैक बनना बाकी है जिसका निर्माण मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।

साल 2002 में इस ब्रिज के निर्माण को मिली थी स्वीकृत

चिनाब ब्रिज को बनाने के प्रस्ताव को साल 2002 में स्वीकृति मिली थी पर इसकी प्लानिंग करने में दो साल लग गए और यदि सिर्फ निर्माण का ही साल गिना जाए तो करीब 18 साल लगे हैं। उत्तर रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि इस ब्रिज के निर्माण में देरी की मुख्य वजह इसका डिजाइनिंग का इशू था। इसी वजह से बीच में इसका निर्माण कार्य रोक दिया गया था। इस पुल को बनाने वाला संगठन कोंकण रेलवे कारपोरेशन (KRCL) है। यह भी रेल मंत्रालय का ही एक संगठन है।


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