गुना नगर की नई सरकार के सामने हैं बड़ी चुनौतियां, शहर के ये काम सबसे पहले होना जरूरी - गुना समाचार

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गुना नगर की नई सरकार के सामने हैं बड़ी चुनौतियां, शहर के ये काम सबसे पहले होना जरूरी






गुना। नगर पालिका गुना (Municipality Guna) के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष  पद का चुनाव ड्रामे के साथ खत्म हो गया है लेकिन अब तक नई सरकार का गठन नहीं हुआ है।  निर्दलीय फॉर्म  भरने वालीं बीजेपी (BJP) की पार्षद सविता अरविंद गुप्ता  (Savita Arvind Gupta)अध्यक्ष चुनी गई हैं, लेकिन अभी उन्होंने  पद को ग्रहण नहीं  किया है। पर जल्द नई  सरकार का शपथ ग्रहण होने  की संभावना है। लेकिन उससे पहले हम यहां गौर कर रहे हैं कि नगर की नई सरकार के सामने क्या बड़ी चुनौतियां रहने वाली हैं। बता दें कि   पिछले 7 साल  के बाद  शहर को नई  शहर मिलने  जा रही है, पिछली सरकारों के कई काम अधूरे पड़े हैं।

ये काम हैं अंधूरे -
 गुना शहर के सभी  37 वार्डों की  अधिकांश कॉलोनियां की सड़के खराब हैं। कई नई सड़कों को सीवर लाइन खुदाई के बाद  खराब  कर दिया है । बारिश की वजह से इन  सड़कों पर  पानी भरा है और  शहर वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़  रहा है। इन दिनों  शहर  में पॉश कॉलोनियों से लेकर मालिन बस्तियों तक   हालात खराब हैं। 

बस स्टैंड का प्रोजेक्ट  अधूरा - केंद्रीय  मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia)का जज्जी बस स्टैंड  का  मॉडल  बस स्टैंड बनाना ड्रीम  प्रोजेक्ट हैं, लेकिन यह काम अब तक अधूरा है।  लोकपर्ण के बाद से  बस स्टैंड  पर  सबसे जरूरी कैंटीन सुविधा तक चालू नहीं हो सकी है।

शहर का सौन्दर्यीकरण अधूरा - शहर को  स्वच्छ और  सुंदर बनाने के लिए कच्चा व  पक्का  अतिक्रमण  हटाने की जरूरत है  । कई जगहों मार्ग का चौड़ीकरण का नया निर्माण किया जाना आवश्यक है। शहर  का सौन्दर्यीकरण  होने का काम काफी वक्त से चल रहा है ,लेकिन अब तक  पूरा नहीं हो सका है।

राजस्व वसूली - गुना नपा की स्थिति राजस्व वसूली के मामले में ठीक नहीं  है।   पुरानी  राजस्व  वसूली अधूरी है । कई नई कॉलोनियां के विकसित होने के बाद  राजस्व वृद्धि को लेकर नए सिरे से प्लानिंग की जाना अब जरूरी है।


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