कूनो नेशनल पार्क चीता के लिए सबसे उपयुक्त पार्क क्यों है? Kuno National Park Cheetah PM Modi Birthday
न्यूज़ डेस्क | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के 72 वें जन्मदिन के मौके पर देश को एक बड़ी सौगात मिली है. 70 साल पहले देश के जंगलों से विलुप्त हो चुके चीतों को पुनः देश में कूनो नेशनल पार्क में विस्थापित करने के लिए चीता परियोजना शुरू की गई है. देश के जंगलों से विलुप्त हो चुके चीतों के पुनर्विस्थापन के लिए 8 चीतों को नामीबिया (Namibia) से लाया गया है. जिन्हें आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूर से एक खास तरह की मशीन के द्वारा पिंजरों से छोड़ा है. अब ज्यादातर लोगों के मन में यही सवाल चल रहा कि आखिर नामीबिया से ही क्यों चीतों को लाया गया है तो हमारी इस रिसर्च को समझिये -
नामीबिया एक दक्षिण अफ्रीकी देश है जहाँ के जंगलों में करीब 12,400 से ज्यादा चीता रहते हैं. नामीबिया में 31-32 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है और मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में भी करीब 30 डिग्री सेल्सियस तापमान है. नामीबिया में ग्रासलैंड यानी सवाना वुडलैंड का क्षेत्रफल 2.25 लाख वर्ग किलोमीटर है. जबकि कूनो नेशनल पार्क का पूरा क्षेत्रफल 3200 वर्ग किलोमीटर है. दोनों ही जगह की जलवायु अर्द्ध शुष्क रहती है.
चीता सबसे तेज गति से दौड़ने वाला जानवर है और उसे ग्रासलैंड यानि ऊँची घांस वाले मैदानी इलाकों में रहना पसंद होता है. वजह घने जंगलों के क्योंकि बहुत तेज दौड़कर शिकार करता है इसलिए उसे खुले मैदानी इलाके पसंद हैं.
कूनो नेशनल पार्क का पूरा क्षेत्रफल 3200 वर्ग किलोमीटर में फैला है लेकिन चीतों के योग्य सिर्फ 748 वर्ग किमी का क्षेत्र पर्याप्त है क्योंकि यहाँ कोई भी इंसान आता जाता नही हैं.
कूनो नेशनल पार्क में पानी की व्यवस्था
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